आतंकियों की भर्ती में ईंधन का काम कर सकता है जलवायु परिवर्तन
साभार-यूट्यूब |
ब्रिटिश अखबार द गार्डियन में छपी खबर में जर्मनी के विदेश मंत्रालय द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन आतंकवाद के कृत्यों को ईंधन देने का काम करेगा और बोको हराम और इस्लामिक स्टेट (आई.एस.) जैसे आतंकवादी संगठन इसी का फायदा उठाकर अधिक से अधिक लड़ाकों की भर्ती कर सकेंगे।
जर्मन सरकार द्वारा सहायता प्राप्त बर्लिन थिंकटैंक एडेल्फी की रिपोर्ट में बताया गया है कि बोको हराम और इस्लामिक स्टेट (आई.एस.) जैसे आतंकवादी संगठन जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न होने वाली प्राकृतिक आपदाओं (पानी और खाद्यान्न की कमी) का फायदा उठाएंगे। इससे आतंकवादी संगठन आसानी से अपने संगठन में लड़ाकों की भर्ती कर सकेंगे। साथ ही, वे अधिक आज़ादी से काम कर सकेंगे और आबादी के एक बड़े तबके पर नियंत्रण रख सकेंगे। आतंकी समूह भर्ती के लिए प्राकृतिक संसाधनों (पानी की आपूर्ति और भोजन आदि) पर नियंत्रण कर उनका हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।