Thursday, April 09, 2015

How an Iran Nuclear Deal Would Benefit India?


ईरान के नाभिकीय समझौते से भारत को फायदे




P-5 देशों और जर्मनी के साथ ईरान की नाभिकीय समझौते पर लगभग सहमति बन चुकी है। 30 जून तक ईरान और बाँकी देशों के बीच नाभिकीय समझौते का अंतिम प्रारूप तैयार हो जाएगा। ईरान के ऊपर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंध हटने से भारत को आर्थिक और रणनीतिक द्रष्टिकोण से बहुत लाभ होगा। भारत ने ईरान के साथ अपने सम्बन्धों को प्रगाढ़ और व्यपारिक प्रगति पर बातचीत करने के लिए कामर्स सचिव राजीव खरे की अध्यक्षता में अपना प्रतिनिधि मण्डल भेज दिया है।

ईरान के नाभिकीय समझौते से भारत को फायदे:

भारत अपनी ऊर्जा खपत की मांग को पूरा कर सकता है। भारत अपनी ऊर्जा खपत का 77% आयात करता है। यदि भारत की अर्थव्यवस्था की बात की जाए तो भारत में ऊर्जा की जबर्दस्त मांग है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है भारत का आयात बिल 2030 तक $300 बिलियन हो सकता है जो कि अभी लगभग $150 है।

Wednesday, April 08, 2015

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्रा बैंक योजना का किया उद्घाटन


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्रा बैंक योजना का किया उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्रा बैंक योजना का आज विज्ञान भवन में उद्घाटन कर दिया है। इस योजना से 5.77  करोड़ लघु उद्योगों को फायदा मिलेगा, जो कि देश भर में 12 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करता है।  इस योजना में लघु उद्योगों के लिए सरकार ने 20000 करोड़ रूपये फंड का प्रावधान किया है। इस योजना के तहत छोटे व्यापारों  के लिए कम ब्याज दरों पर 50 हजार से 10 लाख रुपये तक का कर्ज दिया जाएगा।  

मुद्रा बैंक में 'MUDRA' का पूरा मतलब 'माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट्स एंड रिफाइनेंस एजेंसी लिमिटेड' है।  इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मुद्रा बैंक का मकसद जिनके पास फंड नहीं है, उन्हें फंड मुहैया कराना है। विज्ञान भवन में हुए इस उद्घाटन समारोह में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली भी मौजूद रहे। 



मुद्रा बैंक योजना : प्रमुख बातें

Wednesday, April 01, 2015

ईरान परमाणु समझौता- अंतिम दौर में



ईरान परमाणु समझौता- अंतिम दौर में

स्विट्ज़रलैंड के लोज़ान में ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चल रही बात अंतिम दौरे में पहुँच चुकी है, लेकिन अभी भी वार्ता को  अंतिम चरण में पहुँचने के लिए कई बाधाएं पार करनी हैं।  हालांकि तेहरान वार्ता के लिए 31 मार्च की समय सीमा तय की गयी थी, लेकिन वार्ता के और आगे बढ़ने के आसार हैं।

यूएस स्टेट विभाग के प्रवक्ता मेरी हार्फ का कहना है अभी भी इस डील में कई बाधाएं हैं, जिनको सुलझाना जरूरी है। ईरानी विदेश मंत्री जवाद ज़रीफ़ का कहना है "मुझे आशा है कि हम जल्द ही विश्व शक्तियों के साथ परमाणु समझौता कर लेंगे। मैं आशा करता हूँ हम आज इस वार्ता को अंतिम दौर तक पहुँचायेंगे और 30 जून तक समझौते का अंतिम प्रारूप तैयार कर लेंगे।" ब्रितानी विदेश मंत्री फ़िलिप हेमंड ने वार्ता में शामिल होने से पहले कहा था, "हमें यह विश्वास है कि समझौता हो सकता है।  समझौते का होना सभी के हितों में है, लेकिन ये समझौता ऐसा होना चाहिए जो परमाणु बम बनाने से ईरान को दूर कर दे।"

ईरान के साथ परमाणु समझौते में बाधाएं :

अगर ईरान के साथ परमाणु समझौते की बाधाओं की बात करें तो सबसे बड़ा आरोप ईरान पर परमाणु बम बनाने