Monday, September 09, 2013

तुम हो कल का भविष्य.......


“बच्चे देश का भविष्य होते हैं लेकिन भारत देश में आज भी कई बच्चे अपने बचपन को नहीं देख पाते हैं तथा अमानवीय कार्य करने पर मजबूर हो जातें   हैं | उम्र तो उनकी खेलने, पढ़ने की है लेकिन वो कुछ और ही करने पर मजबूर हैं |”

भारत, एक उभरता हुआ देश जो कि नित्य नयी ऊचाइयों को छू रहा है लेकिन उभरते हुए भारत की एक और तस्वीर है | ध्यान देने की बात यह है कि बच्चों से भीख मंगवाना, उनसे काम करवाना एक दंडनीय अपराध है | लिए गए सभी चित्र बेरसराय झुग्गी बस्ती क्षेत्र के आस पास के हैं |
                                       इन चित्रों से कई गंभीर प्रश्न उठ रहे हैं | पहला यह कि इनको भीख मांगने पर मजबूर कौन कर रहा है ? शिक्षा के अधिकार के तहत बच्चों को 6 से 14 साल तक पढ़ाना अनिवार्य    है | सरकार ने इनके लिए मुफ्त शिक्षा का प्रावधान कर रखा है फिर भी ये बच्चे कूड़ा बीन रहे हैं, भीख मांग रहे हैं, सामान बेच रहे हैं | दूसरा सवाल यह है कि बच्चों से काम करवाना एक दंडनीय अपराध है लेकिन यहाँ तो कानून का माखौल उड़ाया जा रहा है |

                          जब मैंने बच्चों से पूंछा कि आप को यह सब काम करने को कौन बोलता है तो उन्होनें मुझे इस सवाल का जवाब नहीं दिया और वे आगें निकल गए | यहाँ तक की वे सभी अपनी फोटो नहीं लेने दे रहे  थे | मैंने जब इसका कारण पूंछा तो उसमें से करीब 8 साल के एक बच्चे ने बताया कि हमें फोटो खिचवाने के लिए मना किया गया है और यह हमारे मास्टर ने कहा है | फिर मैं इसके बाद उनके कैंप गया जिसमें सरकार की तरफ से उनके रहने, खाने, पढ़ाई के लिए फ़ंड आता है | जब उनके मुख्य से यह सवाल पूंछा गया तो उन्होंने स्पष्ट तथा संतोषप्रद जवाब नहीं दिया | उनका स्पष्ट तरीके से जवाब न दे पाना सरकार, प्रशासन तथा उनके मुखिया को कठघरे में खड़ा कर रहा है |  सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह कि मास्टर कौन है? जरूरत है एक गहन जांच पड़ताल की, जिससे हमारा कल का भविष्य सुधर सके |

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