Thursday, March 06, 2014

सियासी सीएनजी


सियासी सीएनजी  
                         लोकसभा चुनाव पास आने वाले हैं | चुनावी मौसम आ चुका है | केजरीवाल ने मुकेश अंबानी के खिलाफ गैस के दामों को बढ़ाने को लेकर एफ.आइ.आर. दर्ज कराई थी | जिसके बाद से सीएनजी के दामों को लेकर काफी हंगामा हो रहा है | अरविंद केजरीवाल ने कानपुर रैली में बीजेपी और काँग्रेस पर मुकेश से मिलीभगत करने का आरोप लगाया है | अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली में सीएनजी के दाम में हुई बढ़ोतरी के खिलाफ कोर्ट में अपील करने का फैसला किया है।  मुख्यमंत्री के प्रतिनिधियों ने इस बढ़ोतरी को 'भेदभावपूर्णकरार देते हुए कहा कि वे इसे खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में केस दायर करेंगे। इस पर पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली का कहना है कि गैस के दाम को निश्चित करने में सभी नियमकायदे और कानूनों का पालन किया गया है | 1 अप्रैल से प्राकत्रिक गैस के दाम बढ्ने वाले हैं | प्राकत्रिक गैस एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है | अप्रैल में गैस के दाम बढ्ने से गैस महंगी हो जाएगी जिसका बोझ आम जनता पर ही पड़ेगा |  
                                                                                        अभी कुछ ही दिन पहले काँग्रेस सरकार ने सीएनजी और पीएनजी के दामों में कटोत्तरी की है |  राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सीएनजी के दाम 14.90 रुपये प्रति किलो तथा पाइप के जरिए घरों में पहुंचने वाली रसोई गैस की कीमत में रुपये प्रति इकाई की कटौती की गई।  कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) का दाम 35.20 रुपये प्रति किलो होगाजबकि मौजूदा दाम 50.10 रुपये प्रति किलो है। इसी प्रकारपाइप के जरिए घरों में पहुंचने वाली रसोई गैस (पीएनजी) के दाम में रुपये प्रति घन मीटर (क्यूबिक मीटर) की कमी की गई है।
                                                                                              ये छह साल बाद यह पहला मौका है जब ईंधन दरों में कटौती की गयी है |  इससे पहलेमार्च 2008 में उत्पाद शुल्क में कटौती के कारण सीएनजी के दाम में 30 पैसे की कटौती की गई थी। ये राहत अस्थाई हो सकती हैक्योंकि प्राकृतिक गैस के दाम एक अप्रैल से दोगुना होकर से 8.2 डॉलर तक किए जाने वाले हैं। इससे जहां सीएनजी 10.60 रुपये प्रति किलो महंगी हो सकती हैवहीं पीएनजी रुपये प्रति घन मीटर महंगी हो सकती है। केंद्र सरकार की यह राहत अप्रैल, 2014 तक ही रहेगी क्योंकि तब गैस कीमत तय करने का नया फार्मूला लागू होगा। तब सीएनजी की कीमत में फिर 8-10 रुपये की वृद्धि होने के आसार हैं। बहरहाल, सोमवार की कटौती के बाद अप्रैल की वृद्धि की चुभन ज्यादा नहीं रहेगी।
                                                                                             सरकार ने इस फैसले से एक साथ एक तीर से दो राजनीतिक निशाने साधे हैं। एक तो दिल्लीफरीदाबादकानपुरलखनऊमेरठआगरापुणेसोनीपतपानीपतसूरतजयपुरकोटाइंदौरअहमदाबाद जैसे दर्जनों शहरों की जनता को महंगी सीएनजी से राहत मिलेगी। दूसराचुनाव से पहले दिल्ली में सीएनजी कीमत को राजनीतिक मुद्दा बना रही 'आपपार्टी से भी एक हथियार छीन लिया गया है। लेकिन अभी हाल में अरविंद केजरीवाल द्वारा की गयी एफ़आईआर से ये चुनावी मुद्दा भी कहीं कहीं छिनता हुआ दिखाई दे रहा है |
                                                                                       दिल्ली में सीएनजी सस्ती होने के बावजूद नहीं आटो किराया नहीं  घटा है | दिल्ली सरकार ने सीएनजी के दामों में भारी कटौती के बावजूद बस व तिपहिया वाहनों के किरायों में कमी से इनकार किया है। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महंगाई दर के हिसाब से सालाना आधार पर ऑटो किरायों में संशोधन की बात कही है।
                                                                                        लोकसभा चुनाव आने में कुछ ही वक़्त रह गया है | ऐसे में सरकार का ये कहना कि गैस के दाम के लिए अप्रैल से नया फार्मूला लागू होगा और उसके हिसाब से दाम बढ़ाएँ जाएंगे | ऐसे में इस बात की बहुत संभावना है कि गैस के दाम बढ़ जाए और आम आदमी पर मंहगाई का एक और अंबार टूट पड़े | इस समय देश में मंहगाई एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बना हुआ है | गैस में दाम बढ़ोत्तरी काँग्रेस के लिए एक अभिशाप साबित होगा और उसे इसका परिणाम लोकसभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा |



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